क्या कहूँ हाकिम का यूँ ज़मीर ढिल्ला हो गया
मिंटो-सेकिंडो में ही हर शेर बिल्ला हो गया
इन्तख़ाबों में तो थे हम 'आँख के तारे' सभी
फिर कोई कुत्ता, कोई कुत्ते का पिल्ला हो गया
- शाहनवाज़ सिद्दीक़ी...
छात्रों पर मार्क्स लाने का प्रेशर और परिणाम
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बहुत सारे स्टूडेंट अच्छे मार्क्स से पास हो रहे हैं, खूब दिल लगाकर पढ़ाई
करना और इम्तेहान में अच्छे मार्क्स से पास होना ज़रूरी तो है, पर जिस तरह से
अच्छी ...