खाकिश्तरों से होना यूँ अन्जान भी भारी रहा

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  • Shah Nawaz
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  • इस ज़िन्दगी का इश्क़िया उन्वान भी भारी रहा
    खाकिश्तरों से होना यूँ अन्जान भी भारी रहा

    हम दुनिया को समझते रहे शादमानियाँ
    इन हसरतों का होना यूँ मेहमान भी भारी रहा

    - शाहनवाज़ 'साहिल'

    शब्दों के अर्थ:
    उन्वान = शीर्षक, Tital, Heading
    खाकिश्तर = ऐसा अंगारा जिस के बाहर में राख़ और अन्दर आग हो
    शादमानियाँ = खुशियां, Happiness

    2 comments:

    1. जन्मदिन की बहुत बहुत हार्दिक शुभकामनाएं!

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