औरंगज़ेब सिर्फ एक शासक था
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औरंगज़ेब भी दूसरे राजाओं की तरह एक शासक ही था, जिसके अंदर बहुत सारी खूबियाँ
थीं और ऐसे ही बहुत सारी कमियाँ भी थीं, पर उन खूबियों और कमियों का देश के
मुसल...
आपकी आँखों से आंसू बह गए
आपकी आँखों से आंसू बह गए,
हर इक लम्हे की कहानी कह गए।
मेरे वादे पर था एतमाद तुम्हे,
और सितम दुनिया का सारा सह गए।
- शाहनवाज़ सिद्दीकी
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वाह दो लाइनस में ही कमाल.
ReplyDeleteहर पल होंठों पे बसते हो, “अनामिका” पर, . देखिए
बस सिर्फ़ चार लाइने ?पूरी गजल बन स क ती थी , लगता है जरुरत से ज्यादा आल्सी हो........ हे भाइ मैने ये नही कहा मेरी तरह :), फिर भी बहुत खूब!
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ReplyDeleteशाहनवाज़ भाई ईद की बहुत-बहुत मुबारकबाद, कल ऑनलाइन नहीं हो पाया इसलिए बधाई नहीं दे पाया.
ReplyDeleteखूबसूरत शेर लिखे हैं..
ReplyDeleteमेरे वादे पर था एतमाद तुम्हे,
ReplyDeleteऔर सितम दुनिया का सारा सह गए।
क्या बात है, चार लाईनो मै सब व्यान कर दिया.
धन्यवाद
बताने से भी ये गम क्यों कम नहीं होते,
ReplyDeleteआंसुओं से दिल के कोने नम नहीं होते...
जय हिंद...
दो पंक्तियाँ में कई अहसास समेट लिए आपने
ReplyDeleteअच्छी रचना....... बधाई
shaanvaaz bhaayi aansu pr chnd alfaazon e aapne to zindgi ke saare drd ko gaagr men sagr ki trh bhr diyaa bdhaayi ho. akhtar khan akela kota rajsthna
ReplyDeleteबहुत अच्छी प्रस्तुति।
ReplyDeleteराष्ट्रीय व्यवहार में हिंदी को काम में लाना देश कि शीघ्र उन्नत्ति के लिए आवश्यक है।
एक वचन लेना ही होगा!, राजभाषा हिन्दी पर संगीता स्वारूप की प्रस्तुति, पधारें
बहुत अच्छ लिख है आपने ………॥गागर मे सागर
ReplyDeleteगज़ब गज़ब गज़ब्………………बहुत सुन्दर्।
ReplyDeleteमेरे वादे पर था एतमाद तुम्हे,
ReplyDeleteऔर सितम दुनिया का सारा सह गए।
bahut khoob
बहुत खूबसूरत ...
ReplyDeleteबहुत खूब..
ReplyDeleteमोहब्बत में खाए हैं जख्म इतने की हम इजहार क्या करें ,
ReplyDeleteखुद ही निशाना बन गए हम वार क्या करें ,
मर गए पर आँखें फिर भी रखीं खुली
अब इससे ज्यादा उनका इन्तेज़ार क्या करें
बेहतरीन ,लाजवाब शेर !!
ReplyDeleteबहुत सुन्दर !
ReplyDeleteइस्लाम आतंक ? या आदर्श यहाँ पढ़ें
ReplyDeleteदो पंक्तियाँ में कई अहसास समेट लिए आपने
ReplyDeleteमेरे वादे पर था एतमाद तुम्हे,
ReplyDeleteऔर सितम दुनिया का सारा सह गए।
jo rachaai thi imarat pyar ki
sare khwabon ke khanhar Dhahe gaye
kya baat hai....sundar...
ReplyDeletehttp://dilkikashmakash.blogspot.com/