क्या कहूँ हाकिम का यूँ ज़मीर ढिल्ला हो गया
मिंटो-सेकिंडो में ही हर शेर बिल्ला हो गया
इन्तख़ाबों में तो थे हम 'आँख के तारे' सभी
फिर कोई कुत्ता, कोई कुत्ते का पिल्ला हो गया
- शाहनवाज़ सिद्दीक़ी...
औरंगज़ेब सिर्फ एक शासक था
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औरंगज़ेब भी दूसरे राजाओं की तरह एक शासक ही था, जिसके अंदर बहुत सारी खूबियाँ
थीं और ऐसे ही बहुत सारी कमियाँ भी थीं, पर उन खूबियों और कमियों का देश के
मुसल...