एक हिंदुस्तानी होने के नाते मेरा अंतर्मन, मेरा रोम-रोम ख़ुद-बाखुद हिंदुस्तान ज़िंदाबाद बोलता है, अगर कोई यह कहता कि मुझे यह सिखाना पड़ेगा तो वो आप सब को मेरे खिलाफ भड़का रहा है, वोह अपने कुटिल शब्दों का इस्तेमाल करके आपके दिल में यह बैठना चाहता है कि मैं 'गद्दार' हूँ।
इसलिए अगर आप मुझसे मुहब्बत करते हैं तो ऐसे लोगों को मुहतोड़ जवाब देना आप का फ़र्ज़ है।
अगर मैं भावुक होकर उसका विरोध करूँगा तो वोह कहेगा कि देखा मैंने कहा था ना यह 'गद्दार' है और अगर उसके कहने पर 'जय हिंद' कहूँगा तो कहेगा कि देखा एक गद्दार को 'जय हिंद' कहने पर मजबूर कर दिया, जबकि यह लफ्ज़ अहसास बनकर ना सिर्फ मेरे दिल की गहराइयों में बसता हैं बल्कि मेरे बुज़ुर्गों ने भी आपके बुज़ुर्गों की ही तरह इस देश की मिट्टी के लिए अपना लहू बहाया है।
- भारतीय मुसलमान
बिल्कुल सही कहा आपने। जो साबित करवाना चाहते हैं, उनका खुद का वजूद डावांडोल होता हैं।
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