आम है क्या?

एक तोता एक दूकानदार से मालूम करता है: लाला जी आम है क्या?दुकानदार: नहीं! हम आम नहीं बेचते अगले दिन फिर तोता मालूम करता है: लाला जी आम है क्या?दुकानदार: अरे बोला था ना... हम आम नहीं बेचते तीसरे दिन फिर तोता मालूम करता है: लाला जी आम है क्या?दुकानदार खुन्नस में आकर कहता है: अगर...
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राष्ट्रमंडल खेल

शर्म का समय                                    या                                 गर्व...
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व्यंग्य: युवराज और विपक्ष का नाटक

हमारे युवराज जब भी गरीबों की बस्तियों में रात गुजारते हैं, तो विपक्ष बेचारे युवराज के पीछे पड़ जाता है और उनकी कुर्बानी को नाटक करार दे दिया जाता है. अब आप ही बताइए, किसी गरीब के घर पचास बार चैक करके बनाई गई दाल-रोटी खाना क्या किसी कुर्बानी से कम है? युवराज अगर महाराज बनने से पहले अपनी...
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आपकी आँखों से आंसू बह गए

आपकी आँखों से आंसू बह गए, हर इक लम्हे की कहानी कह गए। मेरे वादे पर था एतमाद तुम्हे, और सितम दुनिया का सारा सह गए। - शाहनवाज़ सिद्द...
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इंतज़ार

मुझे इंतज़ार है साहिल को ढूँढती है, मेरी डूबती नज़र, ना जाने कौन मेरा, समंदर के पार है। शायद नहीं उस पार है, मेरी वफा-ए-ज़िन्दगी, क्यूँ कर के फिर उस शख्स का, मुझे इंतज़ार है। तेरे इंतज़ार में नज़रें यह थक गई हैं, तेरे इंतज़ार में, हर शै गुज़र गई है, तेरे इंतज़ार में। आकर तो देख ले, मेरे बेचैन दिल...
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क्या अब आपका नंबर है?

एक 21 साला यौवना को तलाश है एक सुयोग्य वर की. आपको बताते चलते हैं कि वह 2000 करोड़ की संपत्ति की मालकिन है. :-) अब सारा समय ख्वाब देखने में ही मत लगाइए, चलिए मैं आपको उसकी फोटो दिखा देता हूँ. जिसे देखकर आप स्वयं निर्णय ले सकते हैं कि........... क्या अब आपका नंबर है? ;-) परेशान...
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इश्क़ की मंजिल

इश्क़ की मंजिल महबूब नींद, माशूक ख़्वाब और इश्क़ रात की तरह है। जिस तरह रात में नींद और ख़्वाब का मिलन अक्सर होता है, उसी तरह आशिक़ और माशूक़ का मिलन भी रातनुमा इश्क़ में होता है। मगर यह ज़रूरी नहीं कि हर रात की नींद में ख़्वाब आए! इसी तरह आशिक़ों का मिलन भी हर इक की किस्मत मैं नहीं होता। - शाहनवाज़...
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बाहर मानसून का मौसम है

बाहर मानसून का मौसम है, लेकिन हरिभूमि पर हमारा राजनैतिक मानसून बरस रहा है। आज का दिन वैसे भी खास है, बंद का दिन है और हर नेता इसी मानसून के लिए तरस रहा है। मानसून का मूंड है इसलिए इसकी बरसात हमने अपने ब्लॉग प्रेम रस पर भी कर दी है। राजनैतिक गर्मी का मज़ा लेना, इसे पढ़ कर यह मत कहना कि...
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विरोध का तरीका कैसा होना चाहिए?

विरोध करने के लिए विरोध करना भी आना चाहिए। अगर किसी को लगता है कि कोई बात गलत है, तो हो-हल्ला मचाने से पूर्व सबसे पहले उसके बारें में पूरी जानकारी हासिल करना चाहिए। इससे कई बातें सामने आ सकती हैं। जैसे कि: 1. हो सकता है कि जो हम सोच रहे हैं, वह बात बिलकुल वैसी ही निकले। 2. इस बात की भी पूरी संभावना...
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कुछ खुशियाँ बेकरार सी हैं

मायूस शब ढलने के बाद, ढेरों आशाएं समेटे हुए, नई सहर इंतज़ार में हैं। अपने जोश को समेट कर रखिए, इस्तक़बाल के लिए कुछ खुशियाँ बेकरार सी ह...
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