यह नतीजें राजनेताओं के लिए सन्देश है कि देश का युवा जागरूक हो रहा है, जो किसी भी कीमत पर खुद को बेवक़ूफ़ बनाने वालों को और बर्दाश्त नहीं करना चाहता!
कोरोना मामलों में मीडिया का धार्मिक दुष्प्रचार
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24 मार्च तक बहुत सारे मंदिर, मस्जिद, गुरुद्वारों में लोग सरकारी प्रतिबंधों
के बावजूद आ-जा रहे थे और इस कारण लॉक डाउन होने पर फंस गए। क्योंकि तब तक
सरकार ही...
साम्प्रदायिकता भ्रष्टाचार ही नहीं, राजनीति में व्याप्त हर बुराई की ढाल है और राजनैतिक दलों को इसके सहारे थोकबंद वोट पाने की आशा रहती है। पर इसके दिन सीमित रहते हैं क्योंकि जनता का भ्रम जल्दी ही दूर हो जाता है।
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